रुद्रपुर में अवैध अतिक्रमण पर चला बुलडोज़र, पूर्व विधायक समेत कई लोग हिरासत में

उत्तराखंड के रुद्रपुर में नेशनल हाइवे 87 किनारे स्थित लोहिया मार्केट से अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। गुरुवार रात प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची तो आंदोलित व्यापारियों में खलबली मच गई। देर रात डीडी चौक पर भारी संख्या में व्यापारी एकत्र हुए। प्रशासन ने दुकानें तोड़ने की मुनादी कराई तो कई व्यापारी बिलख उठे। देखते-देखते दुकानें खाली होने लगीं। जिसके बाद वहां धारा-144 लागू कर दी गई, लेकिन लोग नहीं माने और शुक्रवार सुबह फिर सड़कों पर आ गए। जिसके बाद विरोध करने वालों को पुलिस ने हिरासत में लेने की कार्रवाई शुरू की।
शुक्रवार की सुबह राममनोहर लोहिया स्थित दुकानों को ध्वस्त करने के लिए भारी संख्या में पुलिस अफसर व कर्मी पहुंच गए। एसडीआरएफ की भी टीम भी पहुंची। करीब साढ़े सात बजे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। मार्केट में मौजूद ठेलों को पुलिस ने हटाया। डीडी चौक से इंदिरा चौक तक मार्ग को बैरिकेडिंग लगाकर वनवे कर दिया गया। यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए रुट डायवर्ट कर दिया गया है। कुछ दुकानदार खुद सामान समेटने लगे। एसएसपी का कहना है कि एनएच 87 के अधिग्रहण की जद में आई जमीन को खाली कराया जाएगा और जो अवैध निर्माण हैं उनको हटाया जाएगा। इस पूरी कार्यवाई के लिए धारा 144 लागू की गई है। इस कार्यवाई को करने के लिए दूसरे जिलों से फोर्स मंगाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन कष्ट के समय वे व्यापारियों के साथ है। प्रभावित व्यापारियों को दूसरी जगह बसाने में मदद की जाएगी।

वहीं, प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू करने के बाद व्यापारियों की धड़कने तेज है। मार्केट में स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान खाली होना शुरू हो गई। देर रात पुलिस की मौजूदगी में दुकान को किराए पर लेने वाले अनुज्ञापी ने शराब की पेटियां हटवानी शुरू कर दी। इन पेटियाँ को पिकअप में भरकर दूसरी जगह ले जाया गया। देर रात अन्य व्यापारियों ने भी दुकानों से सामान खाली करना शुरू कर दिया।

माना जा रहा है कि प्रशासन सख्त रुख अपनाते हुए एनएच 87 की जद में आ रहे सभी अतिक्रमण को तोड़ेगा। इस दौरान टकराव देखने को मिल सकता है। जी-20 सम्मेलन के कार्यक्रम को लेकर एक हफ्ते पहले से प्रशासन की ओर से नैनीताल रोड से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। एनएचएआई ने लोहिया मार्केट के व्यापारियों को जगह खाली करने के नोटिस दिए थे। इसके बाद से ही व्यापारी अपना कारोबार बंद कर दुकानों को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *