संपूर्ण उत्तराखंड वासियों के लिए अति गर्व की बात है, बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन और एथलीट चंदन सिंह को 24 मार्च खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और 2021 और 2022 में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ उनकेे प्रशिक्षकों को भी नकद पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को 2019-20 के लिए और 2020-21 के लिए चन्दन सिंह, एथलेटिक्स खिलाड़ी को प्रदान किया जायेगा। इसका ऐलान खेल मंत्रालय ने खेल पुरस्कारों के साथ कर दिया है। खेल पुरस्कार 24 मार्च को परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री देंगे।
उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले के निवासी लक्ष्य सेन एक भारतीय युवा बैडमिंटन खिलाड़ी है। जिन्होंने वर्ष 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था और 53 साल बाद भारत को इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक दिलाया।
भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने राष्ट्रमंडल खेलों में कमाल कर दिया है। उन्होंने पुरुष एकल के फाइनल में मलेशिया एंग जे यॉन्ग को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया है। उनका राष्ट्रमंडल खेलों में यह पहला पदक है। इस साल थॉमस कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे लक्ष्य पिछले एक साल में भारत के टॉप शटलर बनकर सामने आए हैं। उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य की सफलता की कहानी काफी रोचक है।
लक्ष्य सेन को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए उनके पिता डीके सेन ने दिन-रात एक कर दिया। डीके सेन ने अपने दोनों बेटों को बेहतर बैडमिंटन खिलाड़ी बनाने के लिए अल्मोड़ा तक छोड़ दिया और बेंगलुरु चले गए। हालांकि, अल्मोड़ा से उनका रिश्ता अब भी है और लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद वहां गए भी थे।